राजनीति का फेर, सबक अब इन्हें सिखाजा होगा तभी विकास, सुने जन जन की राजा। राजनीति का फेर, सबक अब इन्हें सिखाजा होगा तभी विकास, सुने जन जन की राजा।
हैं सुपथ शिव मे मिल जाने को। हैं सुपथ शिव मे मिल जाने को।
भूली बिसरी यादों को मन की परतों में रम जाने दो। भूली बिसरी यादों को मन की परतों में रम जाने दो।
जगमगा रहा नवल प्रभात कोयल की मीठी ताने भर रहीं हैं जीवन में उल्लास। जगमगा रहा नवल प्रभात कोयल की मीठी ताने भर रहीं हैं जीवन में उल्ल...
दूरी बहुत है, अब लौट के वापस आना है। दूरी बहुत है, अब लौट के वापस आना है।
समय चक्र चलता रहा, घड़ियाँ भी गतिमान हौले हौले आ गया, नया साल मेहमान। समय चक्र चलता रहा, घड़ियाँ भी गतिमान हौले हौले आ गया, नया साल मेहमान।